कामयाबी कभी दौलत की मोहताज नहीं रही है , क्योंकि कामयाब तो वो लोग भी हुए हैं जिनके पास रहने को घर और खाने को पैसे नहीं थे । आज की तारीख में तरक्की पाने के लिए इंसान की शक्ल अच्छी हो न हो , पर अक़्ल अच्छी ज़रूर होनी चाहिए । मेरे कहने का मतलब साफ़ है कि आपका चेहरा, सूरत और रंगत से ज़्यादा आपकी काबिलियत आपको आगे ले जाती है और आज हम आपके सामने इसी का एक सबसे अच्छा उदाहरण पेश करने वाले है |
आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने उन तमाम बाधाओं को तोड़कर कामयाबी और शोहरत हासिल की है , जिसे बाकी के लोग अपनी कमज़ोरी मान कर बैठ जाते हैं । हम बात कर रहे हैं टीवी जगत के मशहूर कॉमेडियन ” के के गोस्वामी ” की , इन्हे आपने कई सीरियल्स में देखा होगा ।आपको बता दें कि इस कलाकार की हाइट महज़ 3 फुट है , मगर इनकी बीवी की हाइट 5 फुट है । अगर आपने उनकी बीवी को देख लिया तो आप चौंक जाएंगे । अमूमन ऐसा होता नहीं है कि इतने कम हाइट वाले व्यक्ति को एक खूबसूरत और नार्मल लड़की मिल जाए । गोस्वामी की बीवी न सिर्फ खूबसूरत हैं बल्कि हाइट में उनसे कहीं ज़्यादा लम्बी हैं ।
आपको बता दे की जब गोस्वामी की शादी होने वाली थी और इनके ससुराल वाले इन्हें देखे तो अपनी बेटी का हाँथ इनके हाँथ में देने से साफ इंकार कर दिया था लेकिन लड़की ने जब सिर्फ और सिर्फ इनसे ही शादी करने की जिद की तब वे दूल्हा बनकर ससुराल गए, लेकिन दिल में डर था।छोटा कद की जानकारी के बाद भी होने वाली पत्नी उनसे शादी करने को तैयार थी। घरवाले उसे समझा रहे थे कि अभी भी मौका है। शादी से इनकार कर दो और अपने लिए कोई अच्छा लड़का चुनो। इस पर लड़की का कहना था कि शादी तय होने के दिन से ही मैं उन्हें अपना पति मानने लगी हूं। वे नाटे हुए तो क्या हुआ मैं उन्हीं से शादी करूंगी।
लड़की के इस जवाब के बाद भी गोस्वामी को बरात ले जाने से डर लग रहा था। उन्हें डर था कि बैंड बाजे के साथ पूरे गांव के लोगों को बरात में ले जाउं और अगर लड़की ने मुझे देख कर शादी से मना कर दिया तो? ऐसा होने पर पूरे समाज में बदनामी होती। इस डर से गोस्वामी ने मंदिर में शादी की और एक खुबसूरत पत्नी का साथ पाया और आज वे अपनी पत्नी और बच्चो के साथ बेहद खुश है |
केके का कहना है कि कम कद होना आज भी एक समस्या ही है। क्योंकि आज मैं एक एक्टर हूं इसलिए लोग मुझे स्वीकारते हैं। जब मैं एक परिचित चेहरा नहीं था तब तक मैं कभी अपने बेटे के साथ उसके स्कूल नहीं जा सका क्योंकि जब भी मैं उनके स्कूल जाता था तो बच्चे मेरा मज़ाक उड़ाते थे जिसके कारण मेरे बेटे को शर्मिंदा होना पड़ता था।