बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन को आज कौन नहीं जानता। ऐश्वर्या राय को विश्व सुंदरी का तमगा हासिल है। शादी होने के इतने साल बाद भी आज भी उनकी सुंदरता में कोई कमी नहीं आई है। अपनी सुंदरता से वह आज के जमाने की अभिनेत्रियों को भी कड़ी टक्कर देती है। अभिनेत्री ने अपने करियर के दौरान बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी है। कुछ दिनों पहले उन्हें तमिल फिल्म पोंनियिन सेलवन में देखा गया था। इस फिल्म में भी अभिनेत्री कमाल की लग रही थी और उनके लुक की हर तरफ तारीफ की गई थी। गौरतलब है कि आज अभिनेत्री फिल्मों में कम सक्रिय रहती है लेकिन वह सोशल मीडिया के जरिए अपने फैंस से जुड़ी रहती हैं और अपनी जिंदगी से जुड़े हुए किस्से अपने फैंस से साथ शेयर करती रहती है। सोशल मीडिया पर भी उनकी काफी ज्यादा फैन फॉलोइंग है। उनके फैंस उनकी एक झलक पाने के लिए बेकरार रहते हैं।
आज इस लेख में हम आपको अभिनेत्री के उस इंटरव्यू के बारे में बताने वाले हैं, जब उन्होंने बताया था कि वह अपनी जिंदगी में सबसे ज्यादा इमोशनल कब हुई थी। एक पुराने इंटरव्यू के दौरान ऐश्वर्या राय ने अपने स्कूल के दिनों की बात की थी। उन्होंने एक बार सच में आहत महसूस करने और ईगो हर्ट होने के बारे में चर्चा की थी। उन्होंने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए बताया कि कैसे हर कोई सोचता था कि वह आईसीएसई बोर्ड परीक्षा में टॉप रैंकिंग हासिल करेंगी। लेकिन वह अपनी क्लास में सातवें या आठ नंबर पर आई थी। अभिनेत्री ने बताया कि यह उनकी जिंदगी का एक ऐसा समय था जब वह सच में काफी रोई थी। अभिनेत्री ने यह बात वर्ष 2000 में अपने एक इंटरव्यू के दौरान कही थी।
एक्ट्रेस ने बताया कि, स्कूल के दिनों में एक कैप्टन होने की वजह से उनके चारों ओर एक अचीवर होने की बात होती थी। अभिनेत्री ने एक निजी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में यह भी बताया था कि, “मैं हमेशा से एक अच्छी छात्रा रही हूं। जब मैं दूसरे स्थान पर थी तो मेरी सातवीं कक्षा के मिड को छोड़कर मुझे हमेशा पहली रैंक ही प्राप्त हुई है। स्कूल के दिनों में मैं हेड गर्ल थी और पढ़ने के अलावा अन्य गतिविधियों में भी अच्छी थी। मेरे चारों तरफ एक अच्छी लड़की अचीवर जैसी बातें होती थी। मैं यह नहीं कह रही कि मैं उस समय अहंकारी थी, लेकिन मुझ में एक अच्छा सा आत्मविश्वास भरा हुआ था। मेरे लिए समय पहली रैंक लाना कोई कठिन काम नहीं था। जब मैं दसवीं कक्षा में आई तो मेरे सीनियर्स मेरे जूनियर्स सभी ने यही सोचा कि मैं आईसीएसई बोर्ड परीक्षा में प्रथम रैंक लाऊंगी। लेकिन उस समय मैं कक्षा में सातवें आठवें नंबर पर आई थी। और उस समय वहां मेरे अहंकार को बहुत बड़ा झटका था।”
एक्ट्रेस कहती है, ”वह सच में मेरे लिए मुश्किल था। क्योंकि मैंने उस समय अपनी पहली रैंक को महत्व नहीं दिया था।” इस इंटरव्यू के दौरान अभिनेत्री ने आगे बताया कि, ”मेरे माता-पिता और दोस्तों ने उसे समय मेरा काफी साथ दिया। और मुझे महसूस हुआ कि यह अहंकार की बात थी। मैं जय हिंद में शामिल हो गई और मैंने अंततः रूपारेल में 12वीं की कक्षा पास की।” अभिनेत्री ऐश्वर्या राय के करियर के बारे में बात करें तो उन्होंने 1994 में मिस वर्ल्ड का ताज पहना था और वर्ष 1997 में मणि रत्नम की फिल्म तमिल फिल्म इरुवर से अपने अभिनय की शुरुआत की। इसी साल बॉबी देओल के साथ उनकी हिंदी फिल्म और प्यार हो गया रिलीज हुई थी। अभिनेत्री ऐश्वर्या राय को आखरी बार मणिरत्नम की तमिल फिल्म पोंनियिन सेलवन में देखा गया था।