जैसा कि हम सभी जानते हैं कि मानसून का सीजन शुरू हो गया है। वहीं ये भी बता दें कि पूरे देशभर में आसमान से आफत के तौर पर पानी बरसते ही जा रहा है। भारत के कोने-कोने में जलभराव शुरु हो गया है और इसका असर दक्षिणी भारत में ज्यादा नजर आ रहा है। कई राज्यों में तो ऐसी स्थिति बन गई है कि जलभराव के साथ-साथ बाढ आने की स्थिति भी बन गई है जिसकी वजह से कई घर तबाह हो रहे हैं। कितने घायल और कितनों की तो मौत भी हो रही है। बारिश से हर ओर तबाही का जलजला सा आ गया है। यूपी के कई हिस्सों में जहां जमकर बारिश हो रही हैं वहीं सहित राज्य के । मौसम है। विभाग के मुताबिक इन राज्यों में अगले 48 घंटे भारी बारिश जारी रहने की आशंका है।
कश्मीर से लेकर केरल तक लोग बारिश की वजह से लोग डरे हुए है। वहीं बात करें दक्षिण की तो यहां आजतक लोगों ने ऐसी बारिश नहीं देखी। मौसम विभाग ने भी करीब 16 राज्यों में बेहद ही आफत वाली बारिश होने वाली है। यहां सड़कों पर सैलाब है और दुकान मकान से लेकर इंसान तक डूबे हैं। सड़कों पर फंसी गाड़ियां भी पानी में समा चुकी हैं। आसमानी आफत का आलम ये है कि जिले के कई गांवों और तालुकों में कमर तक पानी भरा है। अलग अलग ज़िलों के डैम उफान भर रहे हैं और ये पानी निचले इलाक़ों के लिए मुसीबत बन चुका हैं लेकिन मौसम विभाग की मानें तो गुजरात की मुसीबतें अभी ख़त्म होने वाली नहीं है। ये सैलाब लोगों के लिए काल का दूसरा नाम बनता जा रहा है।
उन 16 राज्यों में उतराखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, असम, मेघालय, तमिलनाडु, केरल, आदि जगहों पर आफत बरस सकती है इतना ही नहीं ये लोगों के लिए बेहद ही मुसीबत खड़ी हो सकती है। इस बारिश से कहीं पहाड़ दरक रहे हैं तो कहीं नदियां उफान पर आ गई है। तबाही गुजरात से असम और केरल से कर्नाटक तक दिख रही है। इन मुश्किल हालात में केंद्र ने भी भरोसा दिया है कि वो बाढ़ प्रभावित राज्यों के साथ हैं। यानी इस विनाशलीला से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर राहव और बचाव काम किए जा रहे हैं लेकिन कुदरत का ये कहर कब थमेगा ये हर किसी को इंतज़ार है।
खबरों की माने तो उत्तर प्रदेश के कई जिलों खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और एनसीआर में भारी बारिश ने जहां शहर वासियों की मुसीबतों को लगातार बढ़ा रही है तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में घर और पेड़ गिरने के कारण पिछले 24 घंटों में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई हैं।