पत्नी का बनाया टिफिन हर रोज भिखारी को दे देता था पति , जब सच्चाई आई सामने तो पत्नी ने कर डाला ऐसा काम ,जानकर रह जायेंगे हैरान

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इस संसार में पति-पत्नी के रिश्ते को सबसे पवित्र रिश्तों में से एक माना जाता है| चाहे लव हो या अरेंज शादी का रिश्ता तो उतना ही पवित्र होता है| इस रिश्ते में दोनों का प्यार बहुत ही महत्वपूर्ण होता है| अक्सर ही जब पति ऑफिस या दफ्तर के लिए निकलता है तो पत्नी नाश्ता लेकर तैयार रहती है और साथ ही इसके बाद बड़े ही प्यार से टिफिन तैयार करके देती है। ये तो आम बात हो गयी अपने तो इससे भी अच्छी और प्यारी कहानियाँ सुनी होंगी ,परन्तु आज हम आपको एक ऐसा ही मामला बताने जा रहे हैं| जिसे जानने के बद आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी |

दरअसल ये मामला कुछ ऐसा है जिसमे एक पत्नी अपने पति को लगातार तीन महीने से टिफिन में घिया की सब्जी दिया करती थी और उसका पति इस सब्जी को खाते खाते उब चूका था लेकिन फिर भी वो पत्नी के गुस्सा  करने के डर से रोज टिफिन खाली लेकर आता था लेकिन जब ज्यादा दिनों तक ऐसा ही होता रहा तब पत्नी को खुद ही इस बात पर हैरानी हुई की आखिर इतने दिनों में मै एक ही सब्जी इनके टिफिन में दे रही हूँ लेकिन उसके बावजूद बिह ये बिना कुछ बोले टिफिन पूरा खा कैसे लेते |

आखिर क्यों कभी भी वो एक ही सब्जी बनाने को लेकर शिकायत नहीं करते और इसी बात के पीछे की सच्चाई जानने के लिए एक दिन पत्नी ने पति का पीछा किया और तब उसने जो देखा वो देख हैरान रह गयी |दरअसल जब पत्नी पति का पीछा करते हुए उसके ऑफिस तक गयी तो उसने देखा की उसका पति अपनी पत्नी के हाथ का बनाया हुआ टिफिन खुद नहीं खाता बल्कि वो  उस टिफिन को रास्ते में बैठे एक भिखारी को दे देता था और यही वजह है की वो कभी पत्नी से एक जैसी सब्जी बनाने के लिए शिकायत नहीं करता था क्योंकि वो खुद कभी टिफिन खोलकर भी नहीं देखता था बस शाम को घर जाते हुए भिखारी के पास से खाली टिफिन लेकर घर चला जाता था |वह अपना टिफिन खुद नहीं खाता है वहां बैठे एक भिखारी को दे देता है।

तब पत्नी के सामने ये बात आई क्योंकि उसने अपने पति को रंगे हाथों पकड़ा था और उस दिन वह उस भिखारी से मुलाकात की। इसके बाद भिखारी से जान पहचान की और उसने बचपन की दो-तीन शायरियां कहीं जिसके बाद प्रकाश नाम के इस भिखारी को उस महिला ने भी पहचान लिया क्योंकि वह उसके बचपन का प्यार था जो उसकी शादी की वजह से उससे बिछड़ गया था।

फिर क्या जब बिछड़ा हुआ प्यार मिल जाए तो दुनिया की हर चीज भुलाई जा सकती है और ऐसा ही हुआ आशीष की पत्नी के साथ भी वो उस भिखारी से मिलने के  2 दिन बाद  ही अपने पति को तलाक दे दिया और उस भिखारी से शादी रचा लिया जो की उसका बचपन का प्यार था और दोनों मंदिर के बाहर बैठकर भीख मांगने लगे। इस पूरी घटना को देखकर यह  साबित हो गया की बिछड़ा हुआ प्यार अगर मिल जाए तो दुनिया की हर चीज भुलाई जा सकती है क्योंकि इस दुनिया में प्यार से बड़ा कुछ भी नहीं है बस वो सच्चा होना चाहिए |