इन भारतीय महिलाओं को फेसबुक ने दिए 7 करोड़ रुपए, जानें क्‍या है वजह

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आजकल की हर लड़की या औरत आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं| इसके लिए वो कड़ी मेहनत भी करती हैं ताकि वो अपने पैरो पर खड़ा हो सके| जब एक औरत अपनी पहचान बनाने के लिए मार्केट में उतरती हैं तो उसके सामने बहुत सारी चुनौतियाँ सामने आती हैं| इसके लिए उसे अपने परिवार, बच्चे और काम के बीच सामंजस बैठाना पड़ता हैं| वैसे भी इन मामलो में औरतों का कोई मुक़ाबला नहीं क्योंकि वो अपने कामों में सामंजस बैठाना बड़े अच्छे से जानती हैं| ऐसे में यदि एक सफल बिजनेस वुमन अपने बिजनेस से जुड़े अनुभवो को शेयर करे तो इससे उन घर में बैठी महिलाओं को भी कुछ करने का हौसला मिलेगा|

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चेतना ने फेसबुक पर 2013 में एक ग्रुप बनाया – MompreneursIndia.फास्ट फॉर्वर्ड टू 2018| बता दें चेतना को फेसबुक 50 हज़ार डॉलर दे रहा है यानि कुल चेतना को 36 लाख रुपए फेशबुक दे रहा हैं| आप सोच रहे हैं कि चेतना को फेशबुक इतने पैसे किस बात का दे रहा हैं| दरअसल चेतना का काम और उनका चलाया ग्रुप फेसबुक को बहुत पसंद आ गया है| इतना ही नहीं चेतना का काम फेशबुक को इतना पसंद आ गया हैं कि फेशबुक अपने कम्युनिटी लीडरशिप प्रोग्राम के तहत चेतना को फैलोशिप देने की घोषण कर दी हैं|

फेसबुक के कम्युनिटी लीडरशिप प्रोग्राम में दुनिया के 45 देशों के 115 लोगों को ‘ग्लोबल कम्युनिटी लीडर’ चुना गया है| ये ऐसे लोग हैं जो फेसबुक के जरिए हेल्थ, पैरेंटिंग और सोसायटी के लिए कुछ अच्छा कर रहे हैं| आपको बता दें कि चेतना के अलावा फेशबुक को भारत की दो और महिलाओं का काम बेहद पसंद आ गया हैं| ये हैं दिल्ली की तमन्ना धमिजा और पुणे की अधुनिका प्रकाश|

(1) चेतना मिश्रा

चेतना बताती हैं कि हमारे ग्रुप से ऐसी औरतें जुड़ीं जो बिजनेस करना चाहती हैं या फिर कर रही हैं| इसीलिए मैंने अपने ग्रुप का नाम मॉमप्रेन्योर्सइंडिया रखा हैं| यह ‘आंत्रप्रन्योरशिप’ और ‘इंडिया’ से मिलकर बना है| इसके आगे उन्होने बताया कि आज हमारे ग्रुप में तकरीबन 40 हज़ार लोग जुड़े हैं| हम फेसबुक पर बात करने के अलावा मीटिंग्स भी करते हैं|

(2) तमन्ना धमिजा

तमन्ना धमिजा को फेशबुक ने ‘बेबी डेस्टिनेशन’ ग्रुप के लिए 36 लाख रुपए की फैलोशिप देने जा रहा हैं| आपको बता दें कि बेबी डेस्टिनेशन एक पैरेंटिंग प्लेटफॉर्म है| तमन्ना के मुताबिक यह उन औरतों की मदद के लिए, जो अभी-अभी मां बनी हैं या फिर बनने वाली हैं| बता दे कि यहां औरतें मां बनने का अपना एक्सपीरियंस शेयर करती हैं, ताकि दूसरी ऐसी औरतें, जो मां बनने वाली हैं या बन गई हैं, कुछ सीख सकें और उन्हें कुछ सपोर्ट मिल सके|

(3) अधुनिका प्रकाश

पुणे की अधुनिका प्रकाश ने 2013 में फेसबुक पर एक ग्रुप बनाया था| जिसका नाम ‘ब्रेस्टफीडिंग सपोर्ट फॉर इंडियन मदर्स’ रखा| यह ग्रुप ब्रेस्टफीडिंग मदर्स यानि ऐसी औरतें जो बच्चों को अपना दूध पिलाती हैं, को सपोर्ट करता है| अधुनिका के इस ग्रुप में प्रेगनेंसी से लेकर ब्रेस्टफीडिंग के किसी भी स्टेज से गुज़र रही महिलाएं जुड़ सकती हैं| आपको बता दें कि अधुनिका के इस ग्रुप में 78 हजार मेंबर्स हैं| फेसबुक ने अधुनिका को 7 करोड़ रुपए देने की घोषण किया हैं|