गर्भवती महिलाएं भूलकर भी ना करे ये 5 काम, माँ-बच्चे की सेहत पर पड़ता हैं नेगेटिव असर

475

माँ बनना हर महिला के लिए दुनियां की सबसे बेस्ट फीलिंग होती हैं. खासकर कि यदि ये आपका पहला बच्चा हैं तो उसे लेकर कई सारे इमोशन जुड़े रहते हैं. ऐसे में जब वो गर्भवती होती हैं तो पुरे 9 महीने अपना और होने वाले बच्चे का बहुत अच्छे से ख्याल रखती हैं. कोई भी माँ ये नहीं चाहेगी कि इन 9 महीनो में कुछ ऐसा हो जिसकी वजह से बच्चे पर उसका नकारात्मक असर पड़े. इस बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको कुछ ऐसे काम बताने जा रहे हैं जो गर्भवती महिलाओं को हर हाल में करने से बचना चाहिए.

1. लड़ाई झगड़ा: गर्भवती महिलाओं को जहाँ तक हो सके शांत रहने की कोशिश करना चाहिए. यदि आप उन महिलाओं में से हैं जी छोटी छोटी बात पर गुस्सा हो जाती हैं तो आपको इस दौरान अपनी ये आदत सुधारनी होगी. यदि आपको लगता हैं कि किसी सिचुएशन की वजह से झगड़ा हो सकता हैं तो उसे नज़रअंदाज़ करने की कोशिश करे. साथ ही आप मेडिटेशन करे ताकि अचानक किसी से विवाद होने पर आप उस बात को शान्ति से रफा दफा कर दे. गर्भ के दौरान अधिक गुस्सा होने से बच्चे पर इसका नेगेटिव इफ़ेक्ट पड़ता हैं.

2. अधिक टेंशन लेना: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को टेंशन में बिलकुल भी नहीं रहना चाहिए. इससे ना सिर्फ बच्चे की हेल्थ पर असर होगा बल्कि आपकी हेल्थ के बिगड़ने के चांस भी रहते हैं. नार्मल स्थिति में ही यदि कोई ज्यादा टेंशन लेता हैं तो उसके शरीर में कोई बिमारी पनपने लगती हैं ऐसे में गर्भ के दौरान तो टेंशन लेने का रिस्क आपको नहीं लेना चाहिए. आप अपने मूड को हमेशा फ्रेश रखने की कोशिश करे और सदा खुश रहे.

3. ज्यादा चाय कॉफ़ी ना पिए: यदि आपको दिनभर में तीन से दस कप तक चाय या कॉफ़ी पिने की आदत हैं तो इसे तुरंत छोड़ दे. चाय और कॉफ़ी में कैफीन पाया जाता हैं. ये कैफीन आपके शरीर के ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को बढ़ाने का काम करता हैं. यदि आप गर्भ के दौरान दिन में नार्मल से अधिक चाय कॉफ़ी पिएंगी तो ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता हैं. इसलिए ऐसा करने से हर हाल में बचे.

4. बिना डॉक्टर की लिखी दवाइयां: अक्सर हम लोग छोटी मोटी बिमारी जैसे बुखार, सर्दी, खासी और सिरदर्द इत्यादि के लिए मेडिकल स्टोर से मन से ही कोई दवाई ले आते हैं और उसे खा लेते हैं. नार्मल स्थिति में तो ये फिर भी चल जाता हैं लेकिन यदि आप गर्भवती हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी गोली या दवा मन से ना खाइए. ऐसा करने से आपको कुछ उल्टा रिएक्शन भी हो सकता हैं.

5. ऊँची हील की सैंडल: गर्भावस्था के दौरान आपका पेट फूल जाता हैं और वजन भी बढ़ जाता हैं ऐसे में आपकी सेंट्रल ग्रेविटी भी चेंज हो जाती हैं. इस स्थिति में ऊँची हील वाली सैंडल पहनने से आपके पैर सूज सकते हैं और साथ ही बैलेंस बिगड़ के गिरने के चांस भी बढ़ जाते हैं. इसलिए गर्भावस्था में नार्मल चप्पल या सैंडल ही पहने.