शनिदेव को तेल चढ़ाने के बाद भूलकर भी ना करे ये 5 काम, शुरू हो जाती हैं शनि की साढ़े सती

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जैसा कि आप सभी जानते हैं, शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता हैं. इस दिन कई लोग लाखों भक्त शनिदेव को प्रसन्न करने में लगे रहते हैं. एक बार जिसके ऊपर शनिदेव का हाथ आ जाता हैं उसकी लाइफ की कई समस्याएं समाप्त हो जाती हैं. लेकिन शनिदेव का आशीर्वाद जितना लाभकारी हैं उनका गुस्सा उससे कही ज्यादा हानिकारक हैं. ऐसे में शनिदेव की पूजा पाठ करते समय आपको कई सारी बातों का ध्यान रखना चाहिए.

बहुत से लोग शनिवार के दिन शनिदेव को तेल चढ़ाते हैं. ऐसे में आप शनिदेव का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं. इसलिए ये आपके लिए बेहद जरूरी हो जाता हैं कि शनिदेव कि तेल चढ़ाने के बाद आप कुछ नियम कायदों का सख्ती से पालन करे. यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो शनिदेव नाराज़ हो सकते हैं और इससे भी बुरा आपके ऊपर शनि की साढ़े सती लग सकती हैं. जाहिर सी बात हैं ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं चाहेगा. तो चलिए फिर आप वो बाते जान लीजिए जिन्हें आपको शनिदेव को तेल अर्पित करने के बाद उस दिन (शनिवार) नहीं करना हैं.

1. नॉनवेज का सेवन: शनिदेव की पूजा पाठ करते समय आपको किसी भी प्रकार का नॉनवेज खाने से बचना चाहिए. ये परहेज आपको दिनभर करना हैं. शनिदेव की आराधना वाले दिन नॉनवेज खाना बड़ा अपशगुन माना जाता हैं. जो व्यक्ति ऐसा करता हैं उसके साथ कुछ ना कुछ बुरा जरूर होता हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यहाँ नॉनवेज में अंडे भी शामिल हैं.

2. महिला, बच्चे और बूढ़ों से दुर्व्यवहार: जब भी कोई इंसान शनिदेव से कुछ मांगता हैं तो उसकी इच्छा पूर्ण करने से पहले वो उस व्यक्ति का नेचर देखते हैं. वो लाइफ में दूसरों के प्रति कितना अच्छा और विनम्र हैं. इसके बाद ही वो ये निर्णय लेते हैं कि इस व्यक्ति को मेरा आशीर्वाद मिलना चाहिए या नहीं. इसलिए आप शनिदेव को तेल चढ़ाने के बाद किसी भी महिला, बुजुर्ग, या बच्चे का अपमान ना करे और ना ही उनके साथ कोई हिंसा करे.

3. नशे का सेवन: शनिदेव को तेल अर्पित करने के बाद आपको हर तरह के नशे का परहेज करना होगा. इसमें शराब, सिगरेट, गांजा इत्यादि चीजें शामिल हैं. जो व्यक्ति ज्यादा नशा करता हैं शनिदेव उसकी तरफ अपना ध्यान देना सही नहीं समझते हैं. ऐसे में वे किसी और नेक बंदे के बाद अपनी कृपा दृष्टि लेकर चले जाते हैं.

4. जिव जंतु को नुकसान: शनिदेव को जानवरों से बेहद लगाव हैं. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति शनिदेव की आराधना के बाद किसी जानवर की हत्या करता हैं या उसे किसी प्रकार का कोई नुकसान पहुंचता हैं तो उन्हें बहुत गुस्सा आता हैं. ऐसे में वो आपका बुरा वक़्त शुरू कर सकते हैं.

5. दगाबाजी: शनि भगवान को दोगले लोग पसंद नहीं हैं. उन्हें धोखेबाजों से भी सख्त नफरत हैं. ऐसे में यदि कोई व्यक्ति शनिदेव की पूजा के बाद किसी दोस्त, रिश्तेदार या मासूम व्यक्ति को धोखा देता हैं या उसके साथ कुछ गलत करता हैं तो वे उसके ऊपर शनि की साढ़े सती लगा देते हैं. फिर उस व्यक्ति की लाइफ में सब कुछ बुरा ही होने लगता हैं.