छोटे बच्चों को गलती से भी इस दिशा में ना सुलाए, वरना बाद में पछताना पड़ेगा

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छोटे बच्चे बड़े प्यारे होते हैं. इनकी मासूमियत और भोलापन हर किसी का दिल जीत लेती हैं. बच्चे जब छोटे होते हैं तो फूल की तरह नाजुक होते हैं. उन्हें बड़े प्यारा और ख्याल रख कर बड़ा करना पड़ता हैं. एक छोटी सी गलती भी उन्हें नुकसान पहुंचा सकती हैं. यही वजह हैं कि माता पिता अपने बच्चे को लेकर कुछ ज्यादा ही पोजेसिव और केयरिंग होते हैं. एक माँ अपने बच्चे को 9 महीने तक गर्भ में पालती हैं. उसका बड़े अच्छे से ख्याल रखती हैं ऐसे में जाहिर सी बात हैं कि उसके दुनियां में आने के बाद वो उसका विशेष ख्याल रखेगी. लेकिन कई बार हमारी लाख कोशिशों के बाद भी कोई ना कोई गलती हो ही जाती हैं जिसकी सजा बच्चे को भुगतनी पड़ती हैं.

जब बच्चे छोटे होते हैं तो वे काफी बीमार भी पड़ते रहते हैं. साथ ही उन पर यदि हरदम नज़र ना रखी जाए तो वो खुद को किसी हादसे का शिकार भी बना सकते हैं. ऐसा कहा जाता हैं कि बच्चे के साथ होने वाले हादसे या उसकी बार बार तबियत का बिगड़ना काफी हद तक आपके घर की एनर्जी और वास्तु पर भी निर्भर करता हैं. यदि आपके घर का वास्तु सही नहीं हैं या आपके घर नेगेटिव एनर्जी अधिक रहती हैं तो इसका गलत असर आपके बच्चे पर भी पड़ सकता हैं.

उदाहरण के लिए आप ने बच्चे के सोने का पालना या बेड किस दिशा में रखा हैं ये भी काफी मायने रखता हैं. वास्तु शास्त्र की माने तो एक ख़ास दिशा में बच्चे को सुलाने से उसके पर काफी नेगेटिव असर पड़ता हैं. जब बच्चे छोटे होते हैं तो वो दुसरे लोगो की तुलना में कुछ ज्यादा ही सोते हैं. ऐसे में उनका ज्यादातर समय नींद में ही बीत जाता हैं. इसलिए ये काफी महत्त्वपूर्ण हो जाता हैं कि आपका बच्चा घर की किस दिशा में सौ रहा हैं.

इस दिशा में बच्चे का सोना हैं गलत

चलिए अब हम आपको बताते हैं कि वास्तु के अनुसार किस दिशा में बच्चे को भूलकर भी नहीं सुलाना चाहिए. दरअसल घर की दक्षिण दिशा काफी नेगेटिव एनर्जी से भरी होती हैं. इसलिए जहाँ तक हो सके बच्चे को इस दिशा में सुलाने से बचना चाहिए. बच्चा जब इस दिशा में सोता हैं तो ये नेगेटिव एनर्जी उसके स्वास्थ और भाग्य दोनों को प्रभावित करती हैं. बच्चे को इस दिशा में सुलाने पर वह अधिक बीमार रहने लगता हैं. कुछ बच्चे बेहद चिडचिडे हो जाते हैं. साथ ही उनके किसी हादसे का शिकार होने और चोट लगने के चांस भी बढ़ जाते हैं. इसलिए यदि आप ने बच्चे का पालना या बेड दक्षिण दिशा में रखा हैं तो उसे वहां से तुरंत हटा दे.

बच्चे का इस दिशा में सोना होता हैं शुभ

बच्चे को पूर्व दिशा में सुलाना सबसे शुभ माना जाता हैं. ये दिशा सूर्यदेव की दिशा होती हैं. इस दिशा में बच्चे को सुलाने से उसका भाग्य प्रबल होता हैं और बच्चा काफी इंटेलिजेंट निकलता हैं. पूर्व के आलवा उत्तर दिशा भी काफी अच्छी होती हैं. इस दिशा में सोने से बच्चा काफी क्रिएटिव निकलता हैं. अंत में पश्चिम दिशा में भी बच्चे को सुलाया जा सकता हैं लेकिन इसका कोई विशेष फायदा नहीं हैं.