नवरात्रि पूजन के दौरान गलती से भी ना करे ये काम नहीं तो माता रानी हो जाती है क्रोधित , होता है अनिष्ट

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जैसा की आप सभी को पता है की आज से  नवरात्र प्रारम्भ हो गए  है जो की 9 दिनों तक चलेगा और इन दिनों में माँ भगवती की अशीम अनुकम्पा ऐसे लोगो पर बरसेगी जो माँ की सच्चे मन से पूजा व् अर्चना करेंगे, पुरानी मान्यतानुसार इन दिनों यदि माँ की नियमानुसार पूजा अर्चना व व्रत किया जाये तो सभी मनोकामना पूर्ण होती है|नवरात्रि पर देवी पूजन और नौ दिन के व्रत का बहुत महत्व है।इन नौ दिनों में व्रत रखने वालों के लिए कुछ नियम होते हैं। ऐसे में हम आपको ऐसे ही कुछ बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आपको व्रत के दौरान भूलकर भी नहीं करना चाहिए या यूं कहे कि नवरात्रि के व्रत में इन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।

आज हम आपको उन नियमो को बताएंगे जिन्हें भूल कर भी व्रत के दौरान नहीं करना चाहिए, इन नियमो का उलंघन करने वालो को आगे बहुत कष्टों का सामना करना पड़ता है, इन नियमो को आगे हम विस्तार से बता रहे है.

दोस्तों आज हम आपको उन नियमो के बारे में बताएंगे जिनका नवरात्रों के दौरान पालन किया जाता है|लोगो की मान्यता है की यदि कोई व्रत रख कर इन नियमो का पालन करता है तो माँ जगत जननी वैष्णो माता उसके सभी मनोरथ सिध्द करती है, इन नियमो को नीचे हम बता रहे है ..

1.माता के दिनों में भूल कर भी नाखून नहीं काटने चाहिए ,इससे धन हानि होती है और शारीरिक परेशानियाँ आ सकती है ,तो भक्तो भूल कर भी नवरात्री के दौरान नाखून न काटे।

2.नवरात्रो के दौरान स्त्री, गुरु और बुजुर्गो का भूल कर भी अपमान न करे।

3.शास्त्रों में कुछ काम ऐसे बताए गए हैं, जिन्हें शुभ दिनों में नहीं करना चाहिए,दाढ़ी बनाना और बाल कटवाना भी उन्हीं कर्मों में शामिल है, नवरात्र के पवित्र दिनों में इस काम भी बचना चाहिए हालाँकि बच्चो का मुंडन संस्कार आप इन दिनों भी करा सकते है |

4.नवरात्रि देवी की भक्ति का समय होता है, इन दिनों में सुबह सूर्योदय से पहले ही बिस्तर छोड़ देना चाहिए, जल्दी उठें और देवी दुर्गा की पूजा करें, जो जल्दी नहीं जागते उन्हें व्यापार में हानि होती है .

5.नवरात्रि के समय में देवी माँ को भूल से भी तुलसी और दूर्वा अर्पित ना करे

6.नवरात्रि पूजन करते समय ध्यान रखे की माता की तस्वीर या मूर्ति  में उनका वाहक शेर दहाड़ता हुआ ना हो |

7.जिस घर में कलश स्थापना किया गया और अखंड ज्योत जलाया गया है तो उस घर को कभी भी खाली नहीं छोड़ना चाहिए

8.कभी भी जमीन पर बैठ कर या खड़ा होकर माँ की पूजा ना करे बल्कि आसन  बिछाकर उस पर बैठकर ही पूजा करे और ध्यान रहे की आसन हमेशा ही जूट या ऊन का होना चाहिए |

9.नवरात्र में व्रत के दौरान चमड़े से बनी वस्तुओं जैसे बेल्ट, जूते-चप्पल, बैग आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए इससे  माता रानी क्रोधित हो जाती है |

10.यदि आपके घर में कलश स्थापना हुआ है तो भूल से नव दिन तक घर में शाकाहारी भोजन,नशा पत्ती या फिर प्याज और लहसून का इस्तेमाल ना करे |