जब इंदिरा गांधी से पंगा ले बैठे थे किशोर कुमार तो चुकानी पड़ी थी ये भारी कीमत

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किशोर कुमार बॉलीवुड में एक ऐसा नाम हैं जिसके गाए गाने आज भी लोग बड़े चाव के साथ सुनते हैं. सिंगिंग और एक्टिंग दोनों क्षेत्रो में अपनी सफलता के जलवे बिखेर चुके किशोर कुमार मध्य प्रदेश के खंडवा शहर के रहने वाले थे. किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को एक बंगाली परिवार में हुआ था. उनका असली नाम आभास गांगुली था. उनके पिता कुंजीलाल गांगुली एक फेमस वकील थे. वहीँ उनके बड़े भाई अशोक कुमार भी बॉलीवुड में जाना माना नाम रह चुके हैं. किशोर ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक गाने दिए हैं. बॉलीवुड में उनका गाया सबसे पहला गाना देवानंद की फिल्म जिद्दी (1948) का था. इस फिल्म के बाद उन्हें कई और ऑफर मिलते चले गए और वो बॉलीवुड का चमकता सितारा बन गए.

किशोर कुमार का बॉलीवुड में बहुत बड़ा योगदान रहा हैं. उनके गाए गीत  ‘मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू’, ‘एक लड़की भीगी भागी सी’, ‘मेरे महबूब कयामत होगी’, ‘मेरे सामने वाली खिड़की में’ इत्यादि बहुत अधिक पॉपुलर हुए थे. लेकिन किशोर की जिंदगी में भी एक समय ऐसा आया था जब उनके गाए गानों को आकशवाणी और दूरदर्शन पर बैन कर दिया गया था. इसके पीछे की वजह भी बहुत बड़ी थी. दरअसल किशोर कुमार उस समय इंदिरा गांधी से पंगा ले बैठे थे. तो चलिए विस्तार से जानते हैं आखिर क्या था ये मामला…

1975 में जब आपातकाल लगा था तो इंदिरा गांधी की सरकार यानि कि कांग्रेस ये चाहती थी कि किशोर उनकी सरकारी योजनाओं को अपनी आवाज़ में गाकर लोगो तक पहुंचाए. कांग्रेस ये जानती थी कि उन्हें जनता के दिलो में अपनी जगह बनाए रखने के लिए किशोर कुमार जैसे नामचीन कलाकार की जरूरत हैं. ऐसे में इस काम के लिए उन्होंने किशोर कुमार से संपर्क भी किया.

उस दौरान कांग्रेस के सूचना प्रसारण मंत्री वीसी शुक्ला थे. उन्होंने किशोर कुमार के पास सन्देश भेजा और कहा कि वे इंदिरा गांधी के लिए गीत गाए ताकि उनकी सरकारी योजनाएं लोगो के पास उनकी आवाज़ के माध्यम से पहुँच जाए. हालाँकि किशोर कुमार ने इसे गाने से साफ़ मना कर दिया. दरअसल हुआ ये कि जब सन्देश देने वाला किशोर कुमार के पास पंहुचा तो किशोर ने उसी से पूछा कि ‘मुझे ये गाना क्यों गाना चाहिए?’ इस पर सन्देश देने वाले ने कहा कि ‘क्योंकि वीसी शुक्ला का आदेश हैं.’

इस आदेश वाली बात को सुन किशोर कुमार भड़क गए. उन्होंने सन्देश देने वाले को फटकार लगाईं और वहां से भगा दिया. ऐसे में इंदिरा की सरकार को ये बात इतनी बुरी लगी कि उन्होंने किशोर के हर गानों को आकाशवाणी और दूरदर्शन पर प्रसारित होने से रोक दिया. किशोर के गानों पर लगाया गया ये बैन 3 मई 1976 से आपातकाल समाप्त होने तक चला.

किशोर अपने नियमों के काफी पक्के थे. इस बारे में एक दफा उन्होंने कहा भी था कि ‘कोई भी मुझ से वो काम नहीं करवा सकता जो मैं नहीं चाहता हूँ. मैं किसी दुसरे के आदेश या इच्छा से नहीं गाता हैं. मैं अपनी इच्छानुसार गाता हूँ.’

वैसे आपको किशोर कुमार का कौन सा गाना सबसे अधिक पसंद हैं? अपने जवाब कमेन्ट में जरूर दीजिएगा.