इस रहस्‍मयी जीव को देखकर वैज्ञानिक भी हो गए हैरान, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है इसकी तस्‍वीर

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आज के समय में हम पूरी दुनिया को अपनी मुठ्ठी में रखते हैं इसमें सबसे ज्‍यादा योगदान सोशल मीडिया का है। जी हां आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर आए दिन कई सारी तस्‍वीरें या फिर घटनाएं सामने आती हैं। जिनमें से कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं जिनपर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है। आज भी एक ऐसा ही अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल हाल ही में एक ऐसी जीव की तस्‍वीर सामने आई है जो बड़ी ही तेजी से वायरल हो रही है बता दें कि इसे देखकर कोई भी नहीं बता सका कि आखिर ये कौन सी जीव है। इतना ही नहीं आपको बता दें कि इस जीव का चेहरा आप भी देख रहे होंगे कि बिल्‍कुल इंसानो जैसा है वही दिखने मे भालू जैसा है परंतु इस जीव का शरीर उतना बड़ा नहीं है।

ये देख कर आप सभी लोग को भालू है तो और वो भी सफेद रंग का है जोकि नमूकिन है। आप सोच रहेगे कि भालू तो सफेद रंग के होते है पर आपको जानकर हैरानी होगी कि ये कोई भालू नहीं बल्कि अल्बिनो स्नोफ्लेक गोरिल्ला है और इस जनजाति में सफेद रंग के गोरिल्ला नहीं पाए जाते है इस प्रजाति में सिर्फ काले ओर लाल रंग के गोरिल्ला ही पाए जाते है। जिसके कारण कोई इसे रहस्यमय जीव कह रहा है तो कोई इसे नई प्रजाति का जीव कह रहा है। वैज्ञानिक भी इसे देखकर हैरान थे और भी नहीं समझ पाए कि भला ये क्या है और किस प्रजाति का है।

इसके बारे में कई लोग नहीं जानते होंगे लेकिन ये भी बता दें कि सबसे पहले ये स्नोफ्लेक गोरिल्ला 60 के दशक के मध्य में बार्सिलोना चिड़ियाघर में लाया गया था। इतना ही नहीं आपको बता दें कि उस समय इसे देखने के लिए केवल बड़े बड़े हस्‍तियों को और शहर के मेयर को ही अनुमति मिलती थी। इससे आप समझ सकते हैं कि यह गोरिल्ला धरती पर कतना दुर्लभ प्राणी है। गोरिल्ला मानवनुमा परिवार का सबसे बड़ा सदस्य है। यह एक शाकाहारी पशु है।

गोरिल्ला मध्य अफ़्रीका में पाया जाता है। गोरिल्ला शायद ही पानी पीता है। वे पानी की पूर्ति फलों के माध्यम से करते हैं। लेकिन कई जगह पर गोरिल्ला को पानी पीते हुए भी देखा गया है। माउंटेन गोरिल्ला ज्यादातर पत्ते, उपजी, पिथ, आदि खाते हैं। वहीं आपको बता दें कि वही एक मात्र एक ऐसा गोरिल्‍ला था जो सफेद रंग का था। इस वजह से किसान ने उसे पकड़ने के लिए उसके समूह के सभी गोरिल्ला को मार डाला। जिसके बाद आखिर में स्नोफ्लेक अपनी मृत मां के से चिपका मिला था। फिर स्नोफ्लेक गोरिल्ला एक दिन बार्सिलोना चिड़ियाघर लाया गया।

यहां वह आरामदायक जीवन जीने लगा। वह 22 गोरिल्ला के बीच रहा जिनमें से कोई भी अल्बिनो नहीं था। सितम्बर 2003 को चिड़िया घर ने इस गुरिल्ला ले बारे मे एक अनोखा खुलासा किया। इसके बाद चीड़ियाघर के अधिकारियों ने बताया कि वह सफेद इसलिए दिखाई देता था क्योंकि उसे स्किन कैंसर था।

जी हां जिसे लंबे समय तक दुर्लभ गोरिल्ला समझा जाता रहा, दरअसल वह एक बीमारी से पीड़ित था। जब ये बात लोगों को पता चली तो वे चौंक पड़े।