वाजपेयी जी के निधन पर 7 दिन तक मनाया जाएगा राजकीय शोक, सरकारी छुट्टी का हुआ एलान, पढ़े पूरी खबर

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ये तो सब जानते है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री और एक बेहतरीन व्यक्ति अटल बिहारी वाजपेयी हमेशा के लिए इस दुनिया को छोड़ कर जा चुके है. गौरतलब है कि अटल जी कई महीनो से बीमार चल रहे थे और उन्हें करीब दो महीने पहले अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. हालांकि कुछ दिन पहले तक तो उनकी तबियत में थोड़ा सुधार था, लेकिन अचानक ही उनकी तबियत जरूरत से ज्यादा बिगड़ गई. यहाँ तक कि उनके दिमाग ने भी काम करना बंद कर दिया था और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.

मगर अफ़सोस कि इतनी कोशिश करने के बावजूद भी डॉक्टर्स उन्हें बचा नहीं पाए और वो हम सब को छोड़ कर चले गए. गौरतलब है कि अटल जी का निधन आज शाम करीब पांच बजे हुआ था. अब इसमें तो कोई दोराय नहीं कि अटल जी न केवल एक अच्छे इंसान थे बल्कि देश के लिए एक अच्छे राजनेता भी थे. शायद यही वजह है कि आज पूरा देश उनके जाने के बाद आंसू बहा रहा है. वैसे भी अटल जी जैसे नेता बहुत मुश्किल से ही मिलते है. बता दे कि अटल जी को होली का त्यौहार बेहद पसंद था और इसी से साबित होता है कि अटल जी को रंग कितने ज्यादा पसंद थे.

 

बरहलाल अब अटल जी तो वापिस नहीं आ सकते, लेकिन उनकी याद में सरकार द्वारा कुछ खास फैसले लिए गए है. जी हां आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अटल जी की याद में केंद्र सरकार ने देश भर में सात दिवसीय राजकीय शोक और दिल्ली में सरकारी छुट्टी का एलान किया है. इसका मतलब ये है कि कल दिल्ली और उत्तराखंड के सभी स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद रहेंगे. जी हां बता दे कि ये अटल जी को श्रद्धांजलि देने का एक अनोखा तरीका है. केवल इतना ही नहीं इसके इलावा इस अवधि के दौरान जहाँ नियमित रूप से राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाता है, वही देश भर में यह राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा.

अब जाहिर सी बात है कि अटल जी इतने प्रसिद्ध और इतने अच्छे नेता थे कि उनके लिए इतना सब करना तो लाजिमी है. वैसे भी अटल जी ने हमारे देश को इतना कुछ दिया है और हमेशा लोगो में खूब हिम्मत जगाई है, तो ऐसे में उन्हें इतनी सी श्रद्धांजलि देना तो लाजिमी है. गौरतलब है कि अटल जी का अंतिम संस्कार भी पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि लम्बी बीमारी के बाद अखिल भारतीय आयुवज्ञान संस्थान एम्स में अटल जी का निधन हुआ था.

अब यूँ तो पिछले नौ हफ्तों से उनकी स्थिति काफी स्थिर बनी हुई थी और डॉक्टर भी उन पर पूरी नजर रख रहे थे. मगर वो कहते है न कि होनी को कौन टाल सकता है और जो होना होता है, वो हो कर ही रहता है. शायद अटल जी का साथ यही तक लिखा था. हालांकि इसमें कोई शक नहीं कि उनके निधन के बाद न केवल आम लोग बल्कि कई बड़ी बड़ी हस्तियां भी बेहद दुखी है.

बरहलाल हम तो यही दुआ करते है कि भगवान् उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को दुःख सहने की हिम्मत दे.