रोंगटे खड़े होने की क्या हैं वजह? क्यों आती हैं हिचकी? जानिए शरीर में होने वाले ऐसे ही बदलावों का सच

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हमारे शरीर में कई सारे अंग हैं जिसमे समय समय पर कुछ ना कुछ बदलाव होते रहते हैं. शरीर में होने वाले इन सभी परिवर्तनों के पीछे एक ख़ास वजह होती हैं. हालाँकि इस वजह के बारे में सही जानकारी बहुत कम लोगो को होती हैं. मसलन जब हमे डर लगता हैं तो पसीना आने लगता हैं, आँखों में कुछ चला जाता हैं तो पलके तुरंत बंद हो जाती हैं इत्यादि. कुछ परिवर्तन ऐसे भी होते हैं जिनके बारे में लोगो को गलतफहमी होती हैं. जैसे हिचकी आने का मतलब कोई हमें याद कर रहा हैं. जबकि इसकी असली वजह आपके शरीर से ही जुड़ी हुई हैं. तो चलिए बिना वक़्त बर्बाद किए आपको शरीर में होने वाले इन परिवर्तनों के बारे में बता देते हैं.

त्वचा का सिकुड़ना:

आप ने अक्सर ये नोटिस किया होगा कि जब हम ज्यादा देर तक पानी में रहते हैं या उससे समन्धित कोई काम करते हैं तो हमारी स्किन सिकुड़ जाती हैं. खासकर की हाथ और पैर की उँगलियाँ सबसे पहले सिकुड़ती हैं. हमारा शरीर ऐसा इसलिए करता हैं ताकि हम पानी के अन्दर चीजों को अच्छे से पकड़ सके.

रोंगटे खड़े होना

‘रोंगटे खड़े हो जाना’ इस काहावत को आप ने कई बार सूना होगा. लेकिन क्या आप ने कभी सोचा हैं कि रोंगटे आखिर क्यों खड़े होते हैं? दरअसल जब भी हमें जरूरत से ज्यादा ठण्ड लगती हैं या हम ज्यादा इमोशनल हो जाते हैं तो हमारा दिमाग शरीर के मसल्स को संकेत भेजता हैं. इस संकेत की वजह से मसल्स में टेंशन पैदा हो जाती हैं. चुकी ये मसल्स आपके शरीर पर उगे बालों से जुड़े रहते हैं इसलिए ये उन्हें खड़ा कर देता हैं जिसकी वजह से आपके रोंगटे खड़े हो जाते हैं.

पेट में तितलियां

जब भी हम किसी चीज को लेकर नर्वस रहते हैं तो हमारे पेट में खलबली मचने लगती हैं. मसलन आप किसी जॉब इंटरव्यू के लिए जा रहे हो या किसी जरूरी काम के लिए किसी ख़ास व्यक्ति से मिल रहे हो तो आपके पेट में खलबली होती हैं. इसकी वजह ये हैं कि नर्वस या ज्यादा इमोशनल होने की वजह से पेट से एड्रानिल हार्मोन निकलने लगते हैं.

जम्हाई लेना

इसके दो कारण होते हैं. पहला कम नींद लेना और दूसरा शरीर का तापमान अधिक हो तो उसे कम करने के लिए दिमाग जम्हाई का सहारा लेता हैं.

छींक आना

छींक आने को अपशगुन कहा जाता हैं. लेकिन छिक आने की असल वजह नाक में धुल या किसी अन्य कण का घुस जाना होता हैं.

आंखों में आंसू

ख़ुशी और गम की वजह से आँखों से आंसूं आने लगते हैं. आंसूं असल में एक प्राकृतिक पैन किलर होता हैं. यही वजह हैं कि जब आप रोते हो तो बाद में अच्छा महसूस करते हो.

पसीना

शरीर का तापमान जब ज्यादा हो जाता हैं तो उसे नार्मल रखने के लिए पसीना बाहर आ जाता हैं.

हिचकी

लोगो को लगता हैं कि हिचकी तब आती हैं जब आपको कोई याद करता हैं. लेकिन ऐसा नहीं हैं. जब हम जल्दबाजी में कुछ खा लेते हैं तो न्यूमोगैस्ट्रिक नर्व पर दबाव पड़ता हैं जो हिचकी की वजह बनता हैं.