चाहें कितना भी जहरीला हो सांप, मात्र 10 मिनट में सारा जहर निकाल देगा ये पौधा

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हममें से कई लोग ऐसे होंगे जो सांप का नाम आते ही डर जाते होंगे वहीं कुछ लोग तो ऐसे होते हैं जो सांप का नाम सुनते ही भाग जाते हैं। अच्‍छे अच्‍छे पहलवान और ताकतवर लोग भी इससे डरते हैं क्‍योंकि ये जीव ही ऐसा है। जी हां दरअसल हर कोई जानता है कि सांप का जहर कितना खतरनाक होता है इसलिए जब भी कोई सांप का नाम सुनता है तो उसके कान खड़े हो जाते हैं। हालाँकि हर सांप जहरीला हो ये जरुरी नहीं और हर सांप के जहर से मौत हो ये भी जरुरी नहीं लेकिन फिर भी सांप एक ऐसा जानवर है जिसका डर सभी को होता है।

लेकिन क्या आपको पता है सांप का जहर कैसे काम करता है, कैसे ये हमारे शरीर में फैलकर हमारी मौत का कारण बन जाता है? वहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर कभी भी आपको सांप काटता है तो ऐसा कहा जाता है, की उसके जहर को आपके दिल और मस्तिष्क तक पहुँचने में कम से कम तीन से चार घंटे का समय लगता है, और उसके बाद ही ये जहर आपके शरीर में धीरे धीरे फैलने लगता है।

सांप में एक विष ग्रंथि होती है और उसका जहर उसी में होता है ये विष ग्रंथि सांप के दांत से जुडी होती है जिसे विषदंत कहा जाता है। मानव शरीर में लार ग्रंथि की तरह ही सांप के शरीर में भी लार ग्रंथि होती है जो की विष ग्रंथि में बदल जाती है। जी हां वहीं दूसरी ओर ये बात भी सच है कि हिंदू धर्म में सांप को देवता का दर्जा दिया गया है और इसकी वजह से नागपंचमी को नागपूजन का विशेष पर्व भी माना जाता है। परंतु यह भी पूर्णत: सत्य है, कि सांप या नाग धरती पर सबसे विषैले जंतुओं में से एक है, जिसे काटने पर पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु होना भी संभव है।

आपको शायद पता नहीं होगा लेकिन बता दें कि भारत में करीब 540 ऐसे सांप पाए जाते हैं जिनके काटने से किसी भी व्‍यक्ति को कुछ नहीं होता लेकिन हां ये बात तो सच है कि सांप के काटने पर आदमी की मौत का डर सताने लगता है जिसकी वजह कई बार ऐसे केस में आदमी की मौत हो जाती है।

आज हम आपको एक ऐसे उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं जो सांप के जहर को उतारने में मदद करता है। अगर आपके परिवार के किसी सदस्‍य को या फिर आपके किसी परिचित को सांप काट लें तो ऐसे में आपके घर पर ककोड़ा का पौधा आवश्‍यक है। क्‍योंकि आपको तुरंत सबसे पहले ककोड़ा का कन्द को चीनी या शहद के साथ 1 से 5 ग्राम की मात्रा में औषधि की तरह प्रयोग किया जाता है।

वहीं ध्‍यान रहे कि ककोड़ा का कन्द अधिक मात्रा में उपयोग करने से उल्टी जैसा हो सकता है तो इसमें घबराने की कोई बात नहीं इतना ही नहीं आपको बता दें कि नर्म ककोड़ा का साग अधिक स्वादिष्ट होता है जिसे लोग अधिक पसन्द करते हैं। गर्म मसालों या लहसुन के साथ ककोड़ा का साग बनाकर खाने से वात पैदा नहीं होता है।