अभिलाषा करना तथा अभिलाषाएं पूर्ण करना इन्सान का स्वभाव है परन्तु अधिक अभिलाषाएं इन्सान में ना समाप्त होने वाली भूख उत्पन्न कर देती है जिन्हें पूर्ण करने की तडफ इन्सान को तनावग्रस्त बना देती है । इन्सान के मन में जब सब्र उत्पन्न हो जाता है तो वह खुद में पूर्ण तृप्ति एवं सफलता का अहसास करता है तथा तृप्ति एवं सफलता किसी भी तनाव का अंत करने में सक्षम होती हैं ।जीवन में तनाव उत्पन्न होने के अनेकों कारण होते हैं लेकिन खुश रहने के बहुत कम |
वहीँ अगर देखा जाये तो हंसी मजाक के बिना जिन्दगी की कल्पना करना काफी मुश्किल होता हैं. जिन्दगी में यदि थोड़ा मजाक और मस्ती ना हो तो वो काफी बोरिंग हो जाती हैं. वैसे ही हम सबकी लाइफ में कुछ ना कुछ दुःख और परेशानियाँ चलती ही रहती हैं ऐसे में यदि बीच में थोड़ा सा एंटरटेनमेंट हो जाए तो मूड फ्रेश हो जाता हैं.| ऐसी सिचुएशन में जोक्स बड़े काम आते हैं.
जोक्स की सबसे ख़ास बात यही होती हैं कि इससे एंटरटेन होने के लिए आपको किसी पर निर्भर नहीं होना पड़ता हैं. आप यदि अकेले हैं और आपके चेहरे पर मुस्कान लाने वाला कोई भी नहीं हैं तो भी ये जोक्स आपको हंसाने में कामयाब रहते हैं. यही वजह हैं कि जोक्स पिछले कई सालो से काफी पॉपुलर रहे हैं. बस फर्क इतना हैं कि आज के डिजिटल जमाने में आप इन्हें आसानी से और अधिक संख्यां में पढ़ सकते हैं. तो चलिए फिर बिना किसी देरी के आपको भी ये मजेदार जोक्स पढ़ा देते हैं और आपकी लाइफ के सारे टेंशन छूमंतर कर देते हैं.
1.आज के जमाने के एक बच्चे की कलम से
तेरे ग़म में तो हम तड़प कर मर जायेंगे
मर गए तो तेरा नाम ले कर जायेंगे
रिश्वत देकर तुझे भी बुलायेंगे
तुम ऊपर आओगी तो साथ बैठकर कुरकुरे खायेंगे।
2.प्रेमी – डार्लिंग तेरे घर में सब शादी के लिए कैसे मान गए?
प्रेमिका – कुछ नहीं, बस एक सवाल का जवाब दिया और मान गए,
प्रेमी – क्या सवाल पूछा था तुम्हारे घर वालों ने?
प्रेमिका – लड़का क्या कर रहा है?
मैंने कह दिया कि लड़का पेट में लात मार रहा है,
3.एक दफा एक बादशाह ने खुशी में सब कैदियों को रिहा कर दिया,
कैदियों में बादशाह ने एक बहुत ही बुर्जुग कैदी को देखा.
बादशाह-तुम कबसे कैद में हो। बुर्जुग-आप के अब्बा के दौर से।
यह सुनकर बादशाह की आंखों में आंसू आ गए,
और कहा इसको दोबारा कैद में डाल दो।
यह अब्बा की निशानी है।
4.इसे कहते हैं स्मार्ट पति, पति पत्नी मैं झगड़ा हो रहा था,
पत्नी – मैं पूरा घर संभालती हूं. किचन संभालती हूं,
बच्चों को संभालती हूं, तुम क्या करते हो?
पति – मैं खुद को संभालता हूं, तुम्हारी नशीली आंखें देखकर,
पत्नी – आप भी ना चलो बताओ आज क्या बनाऊं आपकी पसंद का? सुखी संसार के सूत्र,
5.एक दिन पप्पू अपने दोस्त पिंटू के साथ बैठकर बात कर रहा था,
पप्पू (पिंटू से) – यार आजकल लड़के शादी के लिए लड़की
देखने खुद नहीं जाना चाहते हैं,
बल्कि अपने मां-बाप को लड़की के घर भेज देते हैं,
यार ऐसा क्यों हो रहा है?
मिंटू ने थोड़ी देर सोचा और बोला – आजकल के लड़के डरते हैं,
कहीं लड़की ये ना कह दे की, ये तो मेरी सहेली का बॉयफ्रेंड है