‘बागबां’ फिल्म में अमिताभ बच्चन नहीं थे पहली पसंद, बीआर चोपड़ा इस अभिनेता को लेना चाहते थे

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बॉलीवुड में इन दिनों होली के रंग बिखरे हुए हैं। ज्ञात होकि बॉलीवुड में भी होली को लेकर कई तरह के गाने फिल्माए गए हैं। होली के ऊपर बने यह गाने हर पार्टी की जान होते हैं। साथ ही यह गाने हर होली प्रोग्राम का हिस्सा होते हैं। इन्हीं गानों में अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी पर फिल्माया गया ‘होली खेले रघुवीरा अवध में….’ भी शामिल है। यह गाना लोगों को काफी अच्छा लगता है। इसके साथ ही आपको बता दें कि यह गाना फिल्म की जान था और इसके साथ ही इससे कई खास किस्से भी जुड़े हैं। गौरतलब है कि यह बात है वर्ष 2003 की जब बी.आर चोपड़ा ने फिल्म बागबान के जरिए बड़े पर्दे पर वापसी की थी। इस फिल्म से पहले चोपड़ा टीवी की दुनिया में सक्रिय थे और इस दौरान उन्होंने कई लोकप्रिय नाटकों से दर्शकों का दिल जीता था। यह फिल्म चोपड़ा के लिए जितनी महत्वपूर्ण थी उससे कहीं ज्यादा इस फिल्म ने अमिताभ बच्चन के करियर को एक नए मुकाम पर ले जाने का काम किया था।

यह कहना गलत नहीं होगा कि पारिवारिक ड्रामा पर बनी यह फिल्म अमिताभ बच्चन के करियर के लिए संजीवनी साबित हुई। गौरतलब है कि यह समय था सन 2000 के आसपास का जब अमिताभ बच्चन का करियर ढलान पर चल रहा था। अमिताभ बच्चन के पास फिल्में आना ना के बराबर हो गई थी। उनके पास काम भी नहीं था। ऐसे ऐसे में अमिताभ बच्चन की कुछ फिल्में आतो रही थी लेकिन उससे उन्हें कुछ हासिल नहीं हो रहा था। वहीं दूसरी तरफ उस दौर में दूसरे कलाकार अपना सिक्का जमाने में कामयाब हो रहे थे। जब अमिताभ को बीआर चोपड़ा की फिल्म बागबां का प्रस्ताव मिला तो वह इसके विषय से काफी प्रभावित हुए और इसे करने का फैसला कर लिया। यह निर्णय उनके करियर का बेहतरीन मौका साबित हुआ।

आपको बता दें कि इस फिल्म को बनाने से पहले यह आईडिया बीआर चोपड़ा के दिमाग में तकरीबन 30 साल पहले आया था। दरअसल, वे 1973 में डेनमार्क के एक रिटायरमेंट होम गए थे। इसी दौरान एक बुजुर्ग ने उन्हें अपना अनुभव सुनाया था। की कैसे उनके बच्चों ने उन्हें अकेला छोड़ दिया था, बस यही से बीआर चोपड़ा को फिल्म के बारे में विषय मिल चुका था। उन्होंने इस विषय पर फिल्म बनाने का फैसला ले लिया था। लेकिन इस फिल्म का काम शुरू होने में काफी समय लग गया।

आपको बता दें कि इससे जुड़ी खास बात और एक है वह यह की इस फिल्म को जब बीआर चोपड़ा बना रहे थे तो इस फिल्म के लिए उनकी सबसे पहली पसंद अमिताभ बच्चन नहीं थे। इस फिल्म के लिए वह पहले दिलीप कुमार को लेना चाहते थे। लेकिन फिल्म को शुरू होने में समय लग गया और वह इस फिल्म का हिस्सा नहीं बन सके जिसका उन्हें अफसोस रहा। ज्ञात होकि यह फिल्म उस समय की शानदार फिल्मों में गिनी गई थी। दर्शकों को यह फिल्म और इसकी कहानी काफी पसंद आई थी। लोगों ने इस फिल्म को अपने परिवार के साथ देखा। वही अमिताभ के करियर को भी इससे नई उड़ान मिली थी।